अधूरी कहानी के हकदार - कविताये ...

कविताये ...


1- ज़िंदगी का सफ़रनामा-

कभी वक्त ने धोखा दिया,कभी किस्मत से हार गये,
जिसको चाहा था बहुत,उससे दूर हुए,,
कभी मजबूर हम हो गये,,
कभी मजबूर वो हो गये,
इस तरह,,
हम उसकी अधूरी कहानी के
हकदार बन गये,
कही हमने भी चाहा था
दिल से मगर,,,
किस्मत ही हमारी हमे दगा दे गयी !




2- बारिश

सपनो के बादल देखे मैने
आसमान मे तारे गिनती हूँ मै
कभी जो रात होती है आंखो से बरिश होती है
मजबूर कही बहुत दूर कही एक चांद भी मुझको देख रहा
जैसे वो मुझसे पूछ रहा हो
मै किस लिये इतनी उदास हूँ
वो बारिश की बूँदे मेरे तन को भीगो रही है 
उसकी यादे भी साथ मेरे मेरी पल्को को भीगो रही है
माना की बारिश पसंद है हमे,
फिर तुम भी आओ सब छोड़ के
हम हो सिर्फ
और रिम झिम बारिश का पानी !

3-  इतना सा हिस्सा

मेरी आंखो ने देखे है कुछ ख्वाब 
अजब से,
मेरी नज़रो मे बस गये हो तुम,
रुठ्ना मत कभी हमसे मेरे हमसफ़र,
तुम पे ही खत्म है ज़िन्द्गानी मेरी,
कई सवाल है मन मे मेरे,
उनके जबाब माँगती हू, 
तुमसे कुछ नही बस,
अपने हिस्से की वो रात माँगती हू,
जो राते तन्हा गुजारी है मैने,
तेरी यादो मे,बस उनका वो ,
हिसाब माँगती हू
कुछ वक्त हमे भी चाहिये
बस इतना सा हिस्सा चाहिये !
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Writer- उपासना
Editor- लेखिका जयति जैन


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