समाज का कैंसर

कन्या भ्रूण हत्या आज समाज में कैंसर की तरह फ़ेल चुका है ! कई जतन करने के बाद भी रुकने की बजाय लगातार बड़ता जा रहा है !

मां-बाप धड्ल्ले से भ्रूण हत्या को बडावा दे रहे हैं! जब जन्मदाता ही हत्यारे बन ग्ये हैं, तो दूसरों से केसी उम्मीद 😔
लेखिका- जयति जैन
रानीपुर, झांसी उ.प्र.

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